पृथ्वीराज तृतीय (शासनकाल: 1178–1192) जिन्हें आम तौर पर पृथ्वीराज चौहान कहा जाता है,चौहान वंश के राजा थे। उन्होंने वर्तमान उत्तर-पश्चिमी भारत में पारम्परिक चौहान क्षेत्र सपादलक्ष पर शासन किया।
उन्होंने वर्तमान राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से पर भी नियन्त्रण किया। उनकी राजधानी अजयमेरु (आधुनिक अजमेर) में स्थित थी, हालाँकि मध्ययुगीन लोक किंवदन्तियों ने उन्हें भारत के राजनीतिक केंद्र दिल्ली के राजा के रूप में वर्णित किया है जो उन्हें पूर्व-इस्लामी भारतीय शक्ति के प्रतिनिधि के रूप में चित्रित करते हैं।
Top 5 Prithviraj Chauhan Quotes in Hindi
- कभी भी अपना सिर नहीं झुकाना चााहिए बल्कि हमेशा ऊचा ही रखना चाहिए|
2.जब तक आप हिम्मत नहीं हारते, आपकाे काेई भी नहीं हरा सकता हैं |
3.आप एक छोटे कदम से, छोटे से लक्ष्य की शुरुआत करके भी बड़े बड़े लक्ष्य को आसानी से पा सकते है।
4.“चार बांस चौबीस गज,अंगुल अष्ट प्रमाण, ता ऊपर सुल्तान है मत चुके चौहान।”
5.इस दुनिया में हर व्यक्ति को स्वतंत्र रहने का अधिकार है और वह अधिकार को पाने के लिए वह किसी से लड़ सकता है।
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